कौन बनेगा शहर सरकार का मुखिया… देखे संभावित नाम…



BY _HITESH SHARMA….दुर्ग जिले के 4 निकायों में संपन्न हुए चुनाव के बाद सबकी नजर महापौर के पद पर टिकी हुई है हर तरफ केवल एक ही चर्चा है कि सूबे के टॉप 3 में आने वाले भिलाई नगर निगम का महापौर कौन होगा ? भिलाई नगर निगम के 70 वार्डो में 20 दिसंबर को मतदान हुआ था 23 दिसंबर को मतगणना में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत के साथ 37 सीटें मिली थी और चार निर्दलीय पार्षदों का भी समर्थन उसे हासिल है इस तरह शहर में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस के पास बहुमत से 6 सीटें अधिक है इस हिसाब से कांग्रेस अपना महापौर बनाने जा रही है संभवतः नए वर्ष में भिलाई नगर निगम को नया महापौर मिल जाएगा जोर शोर से शपथ ग्रहण का आयोजन किया जाएगा दरअसल नगर निगम का चुनाव कोंग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल था क्योंकि पार्षदों के टिकट विधायक देवेंद्र ने अपने हिसाब से बांटी थी तो वहीं सीएम का गृह जिला होने से कांग्रेस के लिए भी साख का सवाल बना हुआ था इस बार के चुनाव में कांग्रेस के कई दिग्गजों को हार का सामना करना पड़ा तो वही 37 में से 20 से अधिक पार्षद ऐसे भी हैं जो पहली बार चुनाव लड़े और भारी बहुमत से जीत कर सदन में पहुंचे हैं आपको बता दें कि महापौर को लेकर कांग्रेस पार्टी में माथापच्ची जारी है क्योंकि विधायक देवेंद्र यादव अपनी पसंद का महापौर बनाना चाहते हैं तो वही उनके पास कई लोग ऐसे हैं जिनको मौका नहीं मिलने पर विधायक देवेंद्र को अगले विधानसभा चुनाव में नाराजगी भी झेलनी पड़ सकती है आपको बता दें कि महापौर की रेस में सबसे आगे देवेंद्र के करीबी और उनके मित्र एकांश बंछोर का नाम सबसे ऊपर है एकांश लंबे समय से पर्दे के पीछे की छात्र राजनीति से ही देवेंद्र के साथ हैं के एकांश ने पहली बार चुनाव लड़ा है औरवार्ड 59 से रिकॉर्ड तोड़ मतों से जीत दर्ज की है दूसरा नाम नीरज पाल का बताया जा रहा है नीरज पाल वार्ड 60 से पार्षद बने हैं लगातार जीत का चौका लगाने वाले नीरज सदन में कांग्रेस की आवाज मुखर करते रहे हैं माना यह भी जा रहा है नीरज पाल भी महापौर के प्रत्याशी हो सकते हैं तीसरा नाम संदीप निरंकारी का भी है जो वार्ड 5 से पहली बार कोंग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े हैं और चुनाव जीते भी हैं संदीप निरंकारी पूर्व विधायक और कांग्रेस के बुजुर्ग नेता भजन सिंह निरंकारी के पुत्र हैं और बुजुर्ग नेता भजन सिंह सीएम भूपेश के पुराने साथी है इस लिहाज से उनको भी महापौर का पद दिया जा सकता है चौथा नाम लक्ष्मीपति राजू का है जो पार्षदी का चौका लगा रहे है वार्ड 66 से लगातार चौका लगा चुके लक्ष्मीपति राजू भी रिकॉर्ड मतों से जीते है और पूर्व की 2015 वाली शहरी सरकार में एम आई सी के सदस्य थे जिनके नाम पर भी महापौर की मुहर लग सकती है बहरहाल यह कहा जा सकता है कि इन चार नामों के बीच से ही कांग्रेस अपना महापौर नियुक्त करेगी क्योंकि छत्तीसगढ़ शासन के नियमानुसार पार्षदों के बीच से ही महापौर का चुनाव किया जाएगा महापौर का एक नाम सभी पार्षदों को बताया जाएगा और फिर उस पर मतदान होगा सभी पार्षद उस पर अपनी मुहर लगाएंगे और वह शहर के सरकार का मुखिया कहलाएगा.

