By-हितेश शर्मा_जिले में नए पुलिस कप्तान के आने के बाद सटोरियों हुक्का बार चलाने वाले से लेकर अवैध नशा खोर आदि का व्यापार करने वालों पर पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की लेकिन अब तक जिले के कबाडिय़ों पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। जिले के नामी गिरामी कबाडिय़ों पर पुलिस मेहरबान है। जबकि जिले में सक्रिय नामी कबाडिय़ों के दर्जनों शिकायतें थानों में दर्ज हैं।
बता दें कि एसपी प्रशांत अग्रवाल ने जिले की कमान संभालने के बाद अवैध करोबार के खिलाफ काफी सख्त हुए हैं। पहले दिन से ही उन्होंने सटोरियों, हुक्का बार ,जुआरियों व शराब का अवैध कारोबार करने वालों पर सख्ती दिखाई। नतीजा यह हुआ कि सभी थानों से सटोरियों हुक्का बार चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई। नए एसपी के आने के बाद सट्टा का बाजार सिमटते दिख रहा है। वहीं कबाडिय़ों पर पुलिस की मेहरबानी समझ से परे हैं। कबाडिय़ों के खिलाफ अब तक जिले की पुलिस की ओर से किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है।
बड़ी संख्या में कबाड़ी सक्रिय
दुर्ग जिले में बड़ी संख्या में कबाड़ी सक्रिय हैं। सुपेला, कोहका, कैंप, खुर्सीपार, नेवई सहित दुर्ग के मोहन नगर, कोतवाली थाना के कई क्षेत्रों में कबाड़ का धंधा फल फूल रहा है। नामी कबाडिय़ों के पास भिलाई इस्पात संयंत्र सहित रेलवे व अन्य कई स्टील कंपनियों का लोहा , चोरी की छोटी बड़ी गाड़ियां खपाया जा रहा है। चोरी का लोहा ही नहीं बल्कि यह कबाड़ी तांबा भी भरपूर मात्रा में खरीद रहे हैं। चोरी का कबाड़ को आसानी से इन कबाडिय़ों के पास खपाया जा रहा है। इस वजह से जिले में चोरी की वारदातों में भी बड़ोत्तरी हुई है। बताया जा रहा है कि इन कबाडिय़ों को जिले के नामी नेताओं का सरंक्षण प्राप्त है वहीं बहुत से कबाड़ी नेता खुद चला रहे हैं जिसके कारण पुलिस इन पर कार्रवाई करने से बच रही है। प्रतिबंधित कबाड़ व चोरी का लोहा व अन्य सामग्री खरीदने वाले कबाडिय़ों पर दुर्ग जिले मैं तत्कालीन एसपी अमरेश मिश्रा के कार्यकाल में सख्त कार्रवाई हुई थी। अमरेश मिश्रा ने ऐसी सख्ती की थी कि कबाड़ी घर निकलने वाला कबाड़ भी खरीदने से मना करने लगे थे। कबाडिय़ों के खिलाफ उस दौरान कड़ी कार्रवाई की गई थी और उन्हें सख्त निर्देश दिए गए थे। दुर्ग एसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि अवैध काम करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा