लाखो की काली कमाई का अड्डा नगर निगम का बाजार विभाग…
By-HITESH SHARMA(9826108646)……प्रदेश के बड़े नगर निगम में शुमार दुर्ग नगर निगम के बाजार विभाग में जमकर खेल चल रहा है शहर को सुव्यवस्थित बनाने और अतिक्रमण को हटाने का काम नगर निगम का बाजार विभाग करता है लेकिन वर्तमान बाजार विभाग प्रभारी की उगाही व्यवस्था के कारण शहर का बाजार पूरी तरह चौपट है शहर को व्यवस्थित रखने और बेहतर करने का जिम्मा जिन अधिकारियों पर है वे ही अगर प्रसाशन को चुना लगाने लग जाए तब तो फिर भगवान ही मालिक है दुर्ग नगर निगम सीमा अन्तर्गत कई बाजार लगते है हजारो की संख्या में दुकानदार और फुटकर व्यपारी अपना परिवार चलाने फुटपाथ पर व्यापार करते है इन लोगो को फुटपाथ पर व्यापार करने के एवज में निर्धारित शुल्क नगर निगम को देना होता है शुल्क की बकायदा पर्ची भी काटी जाती है लेकिन इस शुल्क को लेकर ही अधिकारी बड़ा खेल-खेल जाते है पर्ची के अलावा उनसे ऊपर भी रकम वसूल ली जाती है काली कमाई का ये खेल भी लाखों में खेला जाता है बाजार विभाग के अधीनस्थ पूरा शहर है लेकिन इसी बाजार विभाग में मोजूद अधिकारी अपना जेब भरने में लगे है कुछ दिन पहले ही एक बड़ा घोटाला भी सामने आया था जिसके अंतर्गत नगर निगम में वाहनों की पार्किंग के नाम पर बड़े घोटाले का खुलासा हुआ था इंदिरा मार्केट और नया बस स्टैंड के पार्किंग स्थल में बाजार विभाग के अफसरों की मिलीभगत से ठेके के बाद भी बिना अनुबंध और ठेका शुल्क जमा कराए ठेकेदार 10 माह तक पार्किंग चार्ज के रूप में वाहनों मालिकों से मोटी रकम वसूलते रहे बाजार विभाग के बाबु और अधिकारी की मिली भगत से लाखों ₹ का पलीता नगर निगम को लगाया गया निगम आयुक्त ने भी नोटिस और जवाब मांगकर इस मुद्दे से इति श्री कर ली….तो वही राजेन्द्र पार्क,नया बस स्टैंड,पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास सड़क किनारे लगे भीमकाय स्टालो से हजारो की वसूली की जाती है लेकिन कोई हिसाब किताब नहीं रखा जाता बहरहाल बाजार विभाग के अधिकारी की करतूत से नगर निगम को जमकर नुकसान हो रहा है..
