आजादी का पर्व और बीएसएफ…

By- HITESH SHARMA…देश की सीमा में चौबीसों घण्टे पहरा देने वाली सीमा सुरक्षा बल ने आज छत्तीसगढ़ के भिलाई स्थित सीमान्त मुख्यालय एवं क्षेत्रीय मुख्यालय के जवानों एवं अधिकारियों ने सामाजिक दूरी एवं कोरोना प्रोटोकॉन का ध्यान रखते हुए बड़े हर्षोल्लास के साथ आजादी की 75 वीं वर्षगांठ मनाई इस अवसर पर सीमा सुरक्षा बल छत्तीसगढ़ के उपमहानिरीक्षक प्रमान स्टाफ अभिकारी, कार्यवाहक महानिरीक्षक ए एस मलिक ने सीमा सुरक्षा बल मुख्यालय रिसाली मिलाई में ध्वजारोहण किया और भिलाई एवं कांकेर जिले में तैनात सभी बीएसएफ जवानों, अधिकारियों एवं उनके परिवार वालों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी साथ उनके उज्जवल भविष्य की कामना की आपको बता दे कि वर्ष 2008 में छत्तीसगढ़ में नक्सल समस्या समाधान के लिए बीएसएफ को कांकर जिला में तैनात किया गया कांकेर के अति संवेदनशील बीहड़ो एवं दूरस्थ ग्रामीण तथा जंगली इलाके में बीएसएफ की टुकड़ियों कठिनाईयों से लड़ते हुए तैनात्त हुई अपने अथक प्रयासों से धीरे-धीरे गांव वालों का भरोसा जीतने में कामयाब हुई जिससे गांव वालों के दिल में
सुरक्षा की भावना पैदा हुई है सीसुबल ने अतिसंवेदनशील इलाके सीओबी महला, थाना प्रतापपुर जिला कांकर से लगभग 06 किमी उत्तर पूर्व दिशा में स्थित ग्राम कटगाव एवं सीओबी उदानपुर थाना कोयलीबेडा जिला कांकेर से लगभग 3.5 किमी० पश्चिम दिशा में घने जंगल में स्थित गांव कामतेड़ा में दो नया कम बनाने का जिम्ना मिला जिते सुरक्षा बल ने मुरा करते हुए अपने जवानों को
तैनात किया जो कि माओवादियों का गढ़ नाना जाता है। नए कैम्प कढगांच एवं कामतेड़ा की स्थापना से, इलाके में माओवादियों की गतिविदियों में काफी अवरोव उत्पन्न हुआ है जो माओवादियों का माढ़ एरिया, एमएमसी और राजनांदगांव जाने का प्रमुख रास्ता हैं। साथ ही साथ इलाके में चल रहे विकास कार्यों को बढ़ावा मिल रहा है जिनका सीधा फायदा दूर स्थित ग्रामिणों को मिलेगा यहाँ
के आदिवासी ग्रामीण नक्सलियों के दबाव तथा भय के कारण शिक्षा एवं विकास से वंचित है सुरक्षा बल ने यहां अपनी चौकी बनाकर ग्रामीण आदिवासी लोगों के दिल में नक्सलियों का भय तथा दबाव को दूर करने का प्रयास कर रही है। इसलिए माओवादियों द्वारा बार-बार आस पास
के ग्रामीणों को नये कैंप का विरोध करने के लिए उकसाया जा रहा है सीमा सुरक्षा बल के जवान दुर्गम क्षेत्रों में बड़ी कठिन परिस्थितियों में अपनी डयूटी निभा रहे
हैं अब तक सीमा सुरक्षा बल ने छत्तीसगढ़ में अपने कठिन प्रयास से कांकेर जिले में सक्रिय 102 हार्डकोर नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराकर देश की मुख्यधारा में जोड़ने में अहम मूमिका निभाई है छत्तीसगढ़ में तैनाती से अब तक सीमा सुरक्षा बल ने 03 नक्सलियों को मार गिराया,278 नक्सलियों की गिरफ्तारी और 402 से अधिक आईईडी (जिन्दा बम) की बरामदगी कर सुरक्षा बलों एवं आम जनता को भारी नुकसान होने से भी बचाया है सीमा सुरबल ने कांकेर जिले में नक्सलियों के खिलाफ नकेल कसने में सफलता हासिल की है जहाँ सीमा सुरक्षा बल के जवान अपनी जान की बाजीलगाकर देश को नक्सल मुक्त बनाने में लगे है वहीं दूसरी ओर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहे है जिनमें कांकर के दूरदराज फैले गांवों में गरीबों एवं स्कूल बच्चो को जरूरत
की चीजे मुहैया कराना, नुपत चिकित्सा सुविधाएँ प्रदान करना, बेरोजगार युवाओं को स्किल डेवलपमेन्ट प्रोग्राम के तहत रोजगार प्रशिक्षण देना, ट्राइबल यूथ प्रोग्राम के तहत आदिवासी बच्चों को भारत भ्रमण में ले जाना और प्रदेश की संस्कृति को देश के समक्ष रखना प्रमुख है.अंत मे बीएसएफ के हौसले और जज्बे को (THE NEWS POWER MEDIA NETWORK)सैल्यूट करता है…….उस देश की सरहद को कोई छू नहीं सकता जिस देश की सरहद की निगहबान है आंखे…

