अंधेर नगरी चौपट राजा….
By- HITESH SHARMA….अवैध वसूली से बमबम बाजार विभाग बीजेपी ने लगाया गम्भीर आरोप राजस्व प्रभारी का इस्तीफा मांगा……आखिर क्यों पढिये पूरी खबर…. अंधेर नगरी चौपट राजा……. दुर्ग नगर निगम प्रदेश के बड़े नगर निगम में से एक लेकिन व्यवस्था पूरी तरह चौपट शहर को व्यवस्थित रखने और बेहतर करने का जिम्मा जिन अधिकारियों पर है वे ही अगर प्रसाशन को चुना लगाने लग जाए तब तो फिर भगवान ही मालिक है दुर्ग नगर निगम सीमा अन्तर्गत बाजार लगते है फुटकर व्यपारी अपना परिवार चलाने फुटपाथ पर व्यापार करते है इन लोगो को फुटपाथ पर व्यापार करने के एवज में निर्धारित शुल्क नगर निगम को देना होता है शुल्क की बकायदा पर्ची भी काटी जाती है लेकिन इस शुल्क को लेकर ही अधिकारी बड़ा खेल खेल जाते है पर्ची के अलावा उनसे ऊपर भी रकम वसूल ली जाती है काली कमाई का ये खेल भी लाखों में खेला जाता है बाजार विभाग के अधीनस्थ पूरा शहर है लेकिन इसी बाजार विभाग में मोजूद अधिकारी अपना जेब भरने में लगे है कुछ दिन पहले ही एक बड़ा घोटाला भी सामने आया था जिसके अंतर्गत नगर निगम में वाहनों की पार्किंग के नाम पर बड़े घोटाले का खुलासा हुआ था इंदिरा मार्केट और नया बस स्टैंड के पार्किंग स्थल में बाजार विभाग के अफसरों की मिलीभगत से ठेके के बाद भी बिना अनुबंध और ठेका शुल्क जमा कराए ठेकेदार 10 माह तक पार्किंग चार्ज के रूप में वाहनों मालिकों से मोटी रकम वसूलते रहे बाजार विभाग के बाबु और अधिकारी की मिली भगत से लाखों ₹ का पलीता नगर निगम को लगाया गया तो वही राजेन्द्र पार्क,नया बस स्टैंड,पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास सड़क किनारे लगे भीमकाय स्टालो से हजारो की वसूली की जाती है लेकिन कोई हिसाब किताब नहीं रखा जाता बहरहाल बाजार विभाग के अधिकारी की करतूत से नगर निगम को जमकर नुकसान हो रहा है.. घोटाला को लेकर भाजपा पार्षद दल ने महापौर से बाजार विभाग प्रभारी से इस्तीफा मांगने की बात कही हैं। वहीं भाजपा पार्षदों ने पार्किंग घोटाल की जांच की मांग आयुक्त से की थी जिस पर आयुक्त ने पार्किंग घोटाले की जांच के लिए दल बनाकर 15 दिनों में रिपोर्ट मांगी थी आपको बता दे कि नगर निगम दुर्ग के दो प्रमुख पार्किंग स्थलों से मुख्य आय होती है। इन दोनों पार्किंग को बिना ठेका दिए पिछले 1 साल से दुर्ग शहर की जनता से अवैध वसूली होती रही है। इस विषय की जांच की मांग भाजपा पार्षद दल ने आयुक्त से की थी नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा ने बताया कि जांच अधिकारी राजेश पांडे (कार्यपालन अभियंता) एवं प्रकाश थवानी (भवन अधिकारी) ने जांच पूर्ण कर जो रिपोर्ट जमा की है, उसके अनुसार पिछले वर्ष भर तक दुर्ग शहर की जनता से इंदिरा मार्केट एवं बस स्टैंड में पार्किंग की अवैध वसूली हुई है किंतु जांच दल अवैध वसूली करने वाले ठेकेदार का नाम नहीं बता पाए…
