ऊपर से लेकर नीचे तक दुर्ग नगर निगम में सब रिश्वत लेते है…WATCH THE EXCLUSIVE .


By- HITESH SHARMA….सीएम भूपेश बघेल के गृह जिले और सूबे के टॉप 3 में गिने जाने वाले नगर निगम में रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार चरम पर है यहां जितने टेबल से फाइल गुजरती है, हर साइन के लिए कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक मुंह खोलकर रिश्वत मांग रहे हैं ऐसा ही एक मामला नगर निगम के ठेकेदार रितेश शर्मा ने उजागर किया है…मामला सूबे के मुखिया भूपेश बघेल के गृह जिले दुर्ग के नगर निगम का है जहां वीपी मिश्रा है जो नगर निगम में उप अभियंता के पद पर कार्यरत है सरे आम कैमरे के सामने पूरे स्टाफ के बीच सीना तानकर 500 के करारे करारे नोट गिन रहे है 1,2,3,4,5 पूरे 10 नोट है मतलब पूरे 5 हजार की रिश्वत ले रहे है लेकिन अभियंता बाबू प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तो जीरो टोलरेंस की बात करते है वे कहते नहीं थकते की उनके राज में रिश्वत खोरी खत्म हो गई है लेकिन उनके ही गृह जिले दुर्ग में नगर निगम के अधिकारी सीना तानकर मुह माँगी रिश्वत ले रहे है दरअसल तीन साल पहले निगम के पीडब्लूडी विभाग में सड़क और नाली बनाने का काम पूरा करने के बाद उसकी सिक्यूरिटी मनी को वापस लेना था ठेकेदार रितेश शर्मा ने बताया कि जिसके लिए पाने बाबू से लेकर एई, ईई और अन्य अधिकारियों ने साइन करने पैसे मांगे ये हम नही खुद ठेकेदार कह रहे है अपने ही पैसे को वापस लेने उक्त ठेकेदार ने लगातार पैसे दिए भी लेकिन जब उसका सब्र टूटा तो उसने बकायदा निगम के अधिकारी को पैसे देते वक्त वीडियो बना लिया और अब इस रिश्वत वाले वीडियो को THE NEWS POWER को मुहैया कराया है पीडि़त ठेकेदार रितेश शर्मा ने बताया कि 2017 में उसने लोक कर्म विभाग के तहत कार्य पूरा किया। नियमानुसार तीन साल तक सुरक्षा निधि के रूप में करीब साढ़े तीन लाख रुपए की रकम निगम में रखी गई। अब समयसीमा पूरी होने के बाद रकम को वापस लेने प्रक्रिया शुरू की। इस दौरान जितने टेबल से फाइल गुजरी हर जगह उनसे पैसे मांगे गए वही इस पूरे मामले पर अब राजनीति भी गरमा गई है नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष एवं भाजपा के वरिष्ट नेता अजय वर्मा ने आरोप लगाया है कि विधायक अरुण वोरा उनके पुत्रो के कारण निगम के हर कार्य मे हस्तक्षेप बढ़ता जा रहा है विधायक पुत्र के सभी दोस्त ठेकेदारी कर रहे है जिससे निगम का माहौल बिगड़ रहा है निगम मेयर धीरज बाकलीवाल का कमांड निगम से खत्म हो चुका है वे वही करते है जो पदम्नाभपुर के बंगले से बोला जाता है दुर्ग निगम में भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है हर काम के लिए आम जनता से पैसे वसूले जा रहे हैं दुर्ग विधायक और उनके पुत्र अपने इशारे पर महापौर से लेकर आयुक्त और पूरे निगम स्टाफ को अपने इशारों पर नचा रहे हैं.