नकल मारकर 100%रिजल्ट तो आ गया लेकिन अब कॉलेजों में एडमिशन नही हो रहे ? गजब दुविधा में छात्र…


By-HITESH SHARMA…दुर्ग जिले के हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के सामने एक बड़ी मुसीबत आ गई है इस बार कॉलेजों में फर्स्ट ईयर में एडमिशन लेने वालों के लगभग एक लाख सात हजार आवेदन छात्रों द्वारा जमा किए गए हैं हालात ये है कि अब न उगल पा रहे है न निगल पा रहे है क्योंकि यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध 141 कालेजों मेँ स्नातक और स्नातकोत्तर के सिर्फ 37 हजार सीटे ही उपलब्ध है लेकिन एडमिशन के आवेदन तीन गुना ज्यादा आ गए है दरअसल कोरोनाकाल के दौरान सभी कक्षाओं के छात्रों सहित 12 वीं के छात्रों को भी ऑफलाइन एग्जाम लेकर पास कर दिया गया जिससे छात्रों ने घर बैठे ही अपनी सहूलियत के हिसाब से जबरदस्त नकल मारी और जिनके कभी पास होने के लाले पड़े होते थे वे भी बहती गंगा में हाथ धोते हुए तर गए नतीजा ये रहा कि हर रिजल्ट 100 प्रतिशत आ गया लेकिन सरकार की ऑफलाइन नकल वाली सुविधा अब विश्वविद्यालय के लिए मुसीबत बन गई है तो वही छात्र छात्राओं का भविष्य भी दांव पर लगा है दुर्ग जिले के हेमचंद यादव विश्वविद्यालय में इस बार कट ऑफ दिल्ली यूनिवर्सिटी के कट ऑफ़ के बराबर चला गया है। जिसमें बीए में 88 प्रतिशत, बीकॉम में 93% साइंस की अगर बात करें तो गणित 96% और बायो में 95% तक है। वही एक सीट के पीछे 5 छात्रों में इस बार कंपटीशन होगा। विश्वविद्यालय में इस बार बीए के सर्टिफिकेट 37912 आवेदन, बीएससी के 39750 आवेदन और बीकॉम के 19423 आवेदन मिले हैं अब इन सब के बीच विश्वविद्यालय के कुलपति ने उच्च शिक्षा मंत्री व सचिव से चर्चा कर सीटें बढ़ाने की मांग की है वर्तमान स्थिति के अनुसार विश्वविद्यालय में 10 प्रतिशत सीटें बढ़ाई जा सकती हैं…