By- Hitesh Sharma. आरटीओ दफ्तर में ताला लगाकर कार्यालयीन समय पर फ़िल्म दिखाने और देखने के मामले में जांच पूरी हो चुकी है डिप्टी परिवहन कमिश्नर गोपी चंद मेश्राम ने रिपॉर्ट उच्च अधिकारियों को सौप दी है.पूरा मामला 10 मई का है जहां दुर्ग जिला एआरटीओ अनिल श्रीवास्तव ने अपने अभिनेता पुत्र आयुष श्रीवास्तव की फ़िल्म दिखाने के लिए सभी कर्मचारियों को भिलाई के सूर्य मॉल के पीवीआर सिनेमा ले गए थे.
फ़िल्म के शो की सभी टिकट बुक की गई थी आपको बता दे कि हंसा फ़िल्म में एआरटीओ अधिकारी अनिल श्रीवास्तव के पुत्र आयुष श्रीवास्तव ने अभिनय किया है फ़िल्म को हॉउसफुल कराने एआरटीओ ने बकायदा सम्बंधित विभाग के कर्मचारी को परिवहन कारोबार से जुड़े लोगो को फ़िल्म देखने का न्योता वाट्सअप और फोन पर दिया गया था सभी कारोबारियों को पीवीआर पहुचाने का और फ़िल्म के लिए भीड़ बढाने का जिम्मा आरटीओ के ही एक अधिकारी एस.के.दास को दी गई थी.10 मई को एआरटीओ अनिल श्रीवास्तव ने परिवहन कार्यालय के अधीनस्थ अधिकारी और समस्त कर्मचारीयो को भिलाई के पीवीआर मल्टीप्लेक्स पहुचने के निर्देश दिए थे फ़िल्म 11 बजे शुरू हुई और 1 बजकर 30 मिनट पर खत्म हो गई इन ढाई घण्टे की अवधि तक आरटीओ कार्यालय में वर्किंग डे होने के बावजूद ताले लटके रहे.इस दौरान आरटीओ कार्यालय में कर्मचारियों के न होने से कार्य प्रभावित होता रहा लायसेंस बनवाने आये लोगो को भरी दुपहरी में घण्टो इन्तजार करना पड़ा कार्यालय के कई शाखाओं के ताले तक नही खुले थे.जिसके बाद 13 मई को परिवहन डिप्टी कमिश्नर गोपी चंद मेश्राम ने आरटीओ पहुचकर बंद कमरे में सभी अधिकारी कर्मचारीयो का बयान लिया था जिसकी रिपॉर्ट अपर परिवहन आयुक्त एसआरपी कल्लूरी को सौप दी गई है.