
By- HITESH SHARMA….. लॉक डाउन का समय और व्यापार बन्द ऐसे में लोगो को समय काटना मुश्किल हो रहा है तो इस आपदा को अवसर में बदलने का भी ये सुनहरा अवसर है तो वही इस लॉक डाउन में जुआं खेलने और खिलाने वालो की भी जमकर चांदी हो रही है आज फिर कोतवाली पुलिस ने लाखों का जुआं पकड़ा शुक्रवार की शाम मुखबीर से सूचना मिली कि दुर्ग से लगे ग्राम मोहलाई में जुआं का अड्डा चल रहा है बस फिर क्या था पुलिस ने जुआड़ियों को पकड़ने का जाल बिछाया और छापा मार कार्यवाही करते हुए 52 परियो का मजा लूट रहे 13 लोगों को गिरफ्तार किया पुलिस के मुताबित उनके पास से 1 लाख 10 हजार रूपये नगद एवं ताश की पत्तियों को जब्त किया गया आपको बता दे कि दुर्ग जिले में 22 जुलाई की रात से 6 अगस्त की रात तक टोटल लॉक डाउन लगाया गया है लेकिन लॉक डाउन के नियमो को ताक पर रखकर ग्राम मोहलई में एक जगह बैठकर 13 लोग जुआ खेल रहे थे.जिसमे मो. कलीम 32 साल मिलपारा, आयुष सिंह 24 साल शंकरनगर दुर्ग, जितेन्द्र गोैरिया 24 साल उरला बाम्बे आवास, प्रकाश सिंह गढे 26 साल गांंधी चौक उतई, विनय उर्फ स्टार यादव 24 साल रूआबांधा बस्ती, बमन जैन 19 साल रूआबांधा बस्ती सत्यम चौक, दीपक जैन 32 साल गया नगर दुर्ग,बलराम देवांगन 24 साल शंकरनगर दुर्ग, हेमलाल उर्फ लाल सोनवानी 20 साल शिवपारा रूआबांधा, सुमित साकरे 25 साल उरला नहरपारा, ओमप्रकाश साहू 30 साल मूर्तिचौक शंकर नगर दुर्ग,निर्मल दुबे 43 साल मिलपारा दुर्ग, साकेत जैन 32 साल दादाबाड़ी दीपक नगर दुर्ग को गिरफ्तार कर इनलोगों के पास से 1 लाख 10 हजार ₹ जब्त किए गए है पुलिस ने इन सभी के विरूद्ध जुआ एक्ट 13 के तहत कार्यवाही कर इन सभी को मुचलके पर रिहा कर दिया दरअसल लंबे समय से मोहलाई में जुआ का फड़ सजने का कार्य हो रहा था,जहां दूर दूर से बड़े बड़े जुआरी यहां जुआ में अपनी किस्मत आजमाने पहुंचते है पुलिस के पहुंचने से अब इन सभी जुआरियों में भी हड़कंप मच गया है, क्येांकि ये ग्राम और जगह जुआरी अपने लिए अब तक सुरक्षित मान रहे थे अवैध कारोबारों पर लगातार हो रही कार्यवाही में पुलिस भी अब सवालों के घेरे में है क्योंकि एक ही तरीके के अलग अलग मामलों में अलग अलग धाराओं के तहत पुलिस कार्यवाही करती नजर आ रही है,हाल ही में ऐसे ही एक मामले में पुलिस ने जुआ एक्ट के साथ लॉकडाउन का उल्लंघन 188 तथा 151 के तहत कार्यवाही कर जुआरियों को जेल भेज दिया गया था, वहीं दूसरी तरफ इतने बड़े पैमाने पर लोगों का जमावड़ा लगने और इतनी राशि जब्त होने के बाद भी पुलिस की तरफ से किसी भी तरह की गंभीर धाराए इन आरोपियों पर नही लगाना भी सवालों के घेरे में नजर आ रहा है.

