युवाओं को रोजगार और महिलाओं को सम्मान यही है मेरी प्राथमिकता – गीतांजली सिंग
दुर्ग-23 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए कोंग्रेस बीजेपी के बाद अब बसपा भी चुनावी रण में अपनी उपस्तिथि दर्ज करा रही है दुर्ग लोकसभा के अंतर्गत आने वाली 9 विधानसभा क्षेत्रों में बसपा प्रत्याशी को अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है तो वही दुर्ग लोकसभा क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी की प्रत्याशी सुश्री गीतांजलि सिंह का सघन जन सम्पर्क अभियान जारी है गीतांजलि सिंह का मानना है कि आजादी के बाद से कांग्रेस और भाजपा ने दलितों और गरीबों का केवल राजनीतिक उपयोग के लिए इस्तेमाल किया है। इस वर्ग को ऊपर उठाने बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती दशकों से संघर्षरत है।
गीतांजलि का दावा है कि समाज के सभी वर्गों से जिस तरीके से समर्थन मिल रहा है वही आने वाले समय मे दुर्ग लोकसभा में बसपा निर्णयक भूमिका में होगी और जनता के आशीर्वाद से जीतकर देश की सबसे बड़ी पंचायत में छत्तीसगढ़ की आवाज बनेगी। गीतांजलि सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ की धरती से कांशीराम ने दलितों, शोषित गरीबों की आवाज को मुखर किया था और आज मुझे यह सौभाग्य मिला है कि पार्टी ने मुझे लोकसभा का उम्मीदवार बनाया है। पिछले 15 वर्षों से मैंने सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से महिलाओं, युवाओं के लिए काम किया है और समाज को एक दिशा देने की कोशिश की है। बसपा प्रत्याशी बनना इसलिए स्वीकार किया कि मौजूदा दौर में जो लोग सत्तासीन है वे लोग महिलाओं की सुरक्षा और उनके उत्थान की दिशा में ठोस काम करते नहीं दिख रहे हैं।
दुर्ग लोकसभा सहित पूरे छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी का आलम है। पढ़े-लिखे नौजवान भाई-बहनों को दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। छत्तीसगढ़ में भिलाई स्टील प्लांट जैसे उपक्रम है लेकिन स्थानीय बेरोजगारों की योग्यता को दरकिनार किया जा रहा है स्थानीय छोटे और बड़े उद्योगों में भी स्थानीय लोगों को काम नहीं मिल पा रहा है। लोकसभा सदस्य के तौर पर काम करने का अवसर मिला तो आधारभूत विकास के साथ साथ स्थानीय उद्योगो में युवाओं को रोजगार मिले और महिलाओं के उत्थान की दिशा में ठोस कार्ययोजना बनाकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जाएगा.आपको बता दे कि प्रदेश में बसपा का अपना कैडर वोट बैंक है तो वही विधानसभा में भी बसपा के दो सदस्य है .