By- 9826108646 बाल अधिकार कानून के तहत घुमन्तु व लावारिस बच्चो की देखभाल के साथ उनके रहने के लिए बनाए गए शासकीय बाल गृह के बच्चो के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है पूरा मामला दुर्ग के महिला बाल विकास कार्यालय के परिसर में संचालित शासकीय बालगृह में चल रहे बच्चो पर अत्याचार का है.सूबे के मुखिया भुपेश बघेल और राज्य के गृह मंत्री के गृह जिले में शासकीय बाल गृह की संचालिका से परेशान होकर भागे 12 वर्षीय पीड़ित बालक ने अपने साथ हुए दर्दनाक दास्तान को बया कर बाल गृह की व्यवस्था पर कई गम्भीर सवाल खड़े कर दिए है,दरअसल ये वही बाल गृह है जहां पिछले कई महीनों से बच्चो के साथ मारपीट की खबर सामने आ रही थी लेकिन अब ये खबर और भी पुख़्ता हो गई जब बाल गृह से ही भागे एक 12 साल के बच्चे ने अधीक्षिका के साथ विभाग के अन्य लोगो पर भी आरोप लगाए.हालांकि मामले को संज्ञान में लेते हुए कलक्टर अंकित आनंद ने अधीक्षिका विमला शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
पीड़ित बच्चे ने “The News Power”को बताया कि बाल गृह की अधीक्षिका विमला शर्मा और स्टाफ कर्मी सूरज बच्चो को बेरहमी से पीटते है कपडे उतार कर बंद कमरे में पीटा जाता है बच्चे ने आरोप लगाया की अधीक्षिका बच्चो के लिए आए खाने पीने का सामान भी खुद अपने घर ले जाती है और वहाँ रहने वाले बच्चो को घटिया स्तर हीन कीड़ा लगा हुआ खाना दिया जाता है पीड़ित बच्चे ने ये भी बताया की अधीक्षिका धमकी देती है अगर किसी को कुछ भी बताया तो जेल भेजवा दूंगी बच्चे ने बताया की मुझे मेरे माता पिता की कोई जानकारी नहीं है वो बाल गृह के अलावा कहा जाएगा उसने ये भी कहा कि जब तक अधीक्षिका विमला शर्मा और सूरज बाल गृह में रहेंगे वहा रहना मुश्किल है,आप को बता दे की बाल गृह जिला महिला बाल विकास कार्यालय के अंदर बने भवन में संचालित है तो बाल मुद्दों पर अधिकारिक संज्ञान लेने वाली अग्रणी संस्था cwc का कार्यालय भी यही है,उसके बाद भी पिछले कई महीनों से शासकीय बालगृह में चल रहे इस घिनौने कारनामे की जानकारी महिला बाल विकास विभाग और cwc को थी या नही ये जांच का विषय है ? लेकिन अब लगातार मामले का खुलासा होने पर जिला प्रशासन से लेकर महिला बाल विकास मंत्रालय तक अब एक्शन मोड़ पर है तो वही अब इस गंभीर मामले में पीड़ित बच्चे से वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में पूछताछ की जा रही लगातार जिले के कई अधिकारी बाल गृह के चक्कर लगा रहे है.बहरहाल इस पूरे मामले में महिला बाल विकास विभाग के साथ ही cwc भी सवालों के घेरे में है,बाल गृह में चल रही तानाशाही किसके इशारे पर हो रही थी इस पर भी जांच जारी है.