By-HITESH SHARMA वेतन में कटौती और भुगतान नहीं होने से नाराज सफाई कामगारों ने भिलाई नगर निगम कार्यालय को घेराव कर दिया। निगम के मुख्य प्रवेश द्वार पर शहर भर का कचरा फेककर जमकर नारेबाजी की। कामगारों के विरोध प्रदर्शन की वजह से जोन-3 मदर टेरेसा नगर के वार्डों की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। कामगार जून माह के वेतन में 1 से 7 सात दिनों तक कटौती और शर्त के मुताबिक 10 तारीख तक वेतन नहीं दिए जाने से नाराज है कामगारों का कहना है निगम की ओर से अधिकृत ठेकेदार ने कामगारोंं के वेतन में 1 से सात दिनों मजदूरी में कटौती की है। 15 जुलाई को इसकी जानकारी नगर पालिक निगम के स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेन्द्र मिश्रा को लिखित में जानकारी दी गई थी। वार्ड-21, 22, 23, 24, और 25 बैकुंठधाम, जवाहर मार्केट की सड़क, नाली की सफाई करने वाले 23 कामगरों के मजदूरी में 1 से 7 दिनों की कटौती की जानकारी दी थी। इसके बाद भी अब तक उन्होंने मजदूरों को वेतन दिलाने का प्रयास नहीं किया लंबे चौड़े नियम कायदों के साथ निगम चार साल बाद सफाई कार्य का ठेका करने में सफल तो हो गई लेकिन अब यह व्यवस्था भी विवादों में आ गई है। सफाई कर्मियों वेतन नहींदिया जा रहा है। ठेकेदार ने अब तक रेनकोट, गमबूट उपलब्ध नहीं कराया है। जिससे नालियों की सफाई के दौरान शरीर को चोट पहुंचने से नुकसान की आशंका बनी रहती है। प्रदर्शनकारियों ने नगर निगम मुख्यालय के प्रवेश द्वार के सामने कचरा भी डाल दिया है। अधिकारी कर्मचारी बदबू से परेशान होकर बैठे हैं। प्रदर्शनकारियों ने किसी को कचरा हटाने नहीं दिया है। भिलाई नगर निगम में जून 2019 से सभी जोन के सभी वार्डों को ठेका पद्धति से सफाई कराने हेतू ठेका एजेंसी P V रमन को ठेका अनुबंध के अनुसार काम निगम प्रशासन स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिया गया था 5 घण्टे तक निगम के अधिकारी बंधक बनकर अंदर फंसे रहे। इसी बीच पुलिस ने लाठी चार्ज भी किया लेकिन सफाई कर्मी उग्र हो गए। इसके पुर्व अप्रैल 2017 से मई 2019 तक 26 माह निगम प्रशासन दावरा ठेका नहीं होने के कारण छग शासन के दिशा निर्देश पर अपने पूूरी जिम्मेदारी पर सफाई कार्य संचालित किया जा रहा था, ठेका प्रथा को वापस लाने का कामगारों ने लगातार विरोध कर रहा है।