पीडीएस के चावल की जमकर हो रही कालाबाजारी… व्यपारियो के साथ अधिकारियों की भी मिली भगत ?

By- HITESH SHARMA….(9826108646) छत्तीसगढ़ की सरकार ने गरीबो का पेट भरने की योजना बनाई सरकार का कहना था कि कोई भी गरीब अब भूखा नही सोएगा जिसके लिए हर परिवार को 35 किलो चावल देने की योजना बनाई गई फिर सरकार बदली तो हर परिवार में रहने वाले हर व्यक्ति को 10 किलो चावल देने की योजना लागू हुई लेकिन जब सरकार की योजनाओं को सरकारी नुमाइंदे काला बाजारी करने वाले व्यापारियों के साथ मिलकर सरकार को ही चुना लगाने में भीड़ जाए तो क्या कहेंगे सीएम भूपेश बघेल के गृह जिले दुर्ग में सावर्जनिक खाद्य वितरण प्रणाली में गरीबो को दिए जाने वाले चावल में जमकर हेराफेरी और गड़बड़ी हो रही है पीडीएस के चांवल की हेराफेरी करने वालो के हौसले बुलंद है पहले कस्टम मिलिंग होती है। राइस मिलर्स धान की मिलिंग कर चावल को नागरिक आपूर्ति निगम में जमा करते है। जहां से चावल की पैंकिंग कर उचित मूल्य की दुकानों में आवंटन किया जाता है कई बार तो उचित मूल्य की दुकान से ही सेटिंग कर ली जाती है तय समय पर ऑटो जैसे छोटे माल वाहक से पीडीएस का चावल अनाज व्यापारीयो के ठिकानों पर पहुँचाया जाता है जहां व्यापारियों द्वारा सरकारी चावल के पैकिंग को ही बदलकर उसे सामान्य बोरी में भर दिया जाता है आपको बता दे कि कई अनाज व्यापारियों ने तो बकायदा अपने गोडाउन और घरों में पैकिंग मशीन रखी हैपीडीएस के चावल आते ही स्टाफ का एक व्यक्ति तत्काल सरकारी पैकेट बदलकर नया पैकेट तैयार कर देता है कोविड 19 के दौरान लॉकडाउन की वजह से सरकार गरीबों को तीन माह का चावल एडवांस में दे रही है। वहीं एपीएल कार्डधारियों को दस रुपए किलो में सरकार चावल दे रही है।जिसे अनाज व्यापारी इस अनाज को 13 रुपए किलो के भाव से खरीद रहे हैं। इस अनाज के बदले अन्य सूखा सामान जैसे शक्कर, चायपत्ती, हल्दी, धनिया नमक, साबुन, निरमा व तेल जैसे सामान दे रहे हैं
कैसे होता हैं खेल- चावल को अनाज दुकान में पहले स्टोर किया जाता है। इसके बाद चावल को गोदाम व घर में पैकिंग के लिए भेजा जाता है। यह काम अनाज लाइन में खुलेआम होता है। दरअसल किसी को यह पता नहीं चलता कि अनाज की बोरी में पीडीएस का चावल है. किस रंग के कार्ड धारक को मिलता है कितना अनाज
- प्राथमिकता परिवार: पहले इस कार्ड का रंग- नीला, अब- तीन रंग यानि तिरंगे की तरह, बैकग्राउंड में लाल रंग है।
कितना चावल : 1 सदस्य होने पर 10 किलो, दो पर 20 किलो, 3 से 5 सदस्य पर 35 किलो, 5 से ज्यादा होने पर प्रति सदस्य 7 किलो अतिरिक्त
२. अंत्योदय परिवार : पहले इस कार्ड का रंग- गुलाबी, अब- तीन रंग यानि तिरंगे की तरह, बैकग्राउंड में पीला रंग है।
कितना चावल : 35 किलो चावल 1 रुपए किलो की दर से मिलेगा।
३. दिव्यांग : कार्ड का रंग-हरा : कितना चावल : पहले की तरह ही नए नियम से 10 किलो चावल नि:शुल्क दिया जाएगा।



