पच्चीस हजार के सिक्के वाले प्रत्याशी ने कोंग्रेस के समर्थन में लिया नाम वापस .
पच्चीस हजार के सिक्को से नामंकन दाखिल कर सुर्खियों में आने वाले प्रत्याशी स्वतंत्र तिवारी ने अपना नाम आज वापस ले लिया.
लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही अपने अपने तरीके से कई प्रत्याशियो ने नामंकन भरा था चुनावी नामंकन प्रक्रिया के दौरान दुर्ग कलेक्टोरेट में उस समय एक प्रत्याशी सबके आकर्षण का केंद्र बन गया था जब वो बड़े बड़े मटकों में सिक्के भरकर अपना नामांकन दाखिल करने पहुचा था दुर्ग लोकसभा के लिए निर्दलीय प्रत्याशी स्वतंत्र तिवारी ने 2 अप्रैल को 25 हजार के सिक्के के साथ अपना नामांकन भरा था और ये दावा किया था कि आम जनता ने उनको एक एक रुपये का सिक्का दान में देकर चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया है तो वही ये 25 हजार के सिक्के अधिकारियों के लिए परेशानी का सबब बन गये थे सिक्कों को गिनने में अधिकारियों का पसीना छूट गया था.
लेकिन आज नाम वापसी के अंतिम दिन स्वतंत्र तिवारी ने अपना नाम कोंग्रेस प्रत्याशी प्रतिमा चन्द्राकर के पक्ष मे वापस ले लिया.आपको बता दे कि दुर्ग लोकसभा चुनाव के लिए डौंडी लोहारा ब्लॉक के स्वतंत्र तिवारी ने आजाद जनता पार्टी की ओर से निर्दलीय अपना नामांकन दाखिल किया था इनके नामांकन में खास बात यह थी कि इन्होंने जमानत राशि सिक्कों में जमा की मटकों में एक दो और पांच रुपए के सिक्कों को भरकर लाए थे 2 अप्रैल को नामंकन दाखिल करने आये प्रत्याशी स्वतंत्र तिवारी ने बताया था कि गांव के लोगोंं ने इनका समर्थन कर इनके नामाकंन के लिए राशि जुटाई है और उन्हें चुनाव लडऩे के लिए प्रोत्साहित किया प्रत्याशी के द्वारा दी गई राशि मे 1, 2, 5 तथा 10 रूपये के सिक्के शामिल थे। सिक्कों को गिनने के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय के 5 से 6 कर्मचारीयो द्वारा घंटे भर की मशक्कत के बाद सिक्के गिने जा सके जिसके बाद प्रत्याशी को विधिवत नामांकन फॉर्म दिया गया था बहरहाल पच्चीस हजार के सिक्को से नामंकन दर्ज कर स्वतंत्र तिवारी ने खूब सुर्खिया बटोर ली थी .