नकली सोने को असली बताकर ठगी करने वाला गिरोह पुलिस की गिरफ्त में.
प्रेस वार्ता में खुलासा करते एसएसपी अजय यादव और अन्य अधिकारी

दुर्ग-नकली सोने को असली बताकर अलग अलग राज्यों में ठगी के 15 मामलों को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय ठग गिरोह को दुर्ग पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस ठग गिरोह में दो पुरुष व एक महिला शामिल है। आरोपियों ने भिलाई के एक हार्डवेयर व्यवसायी निर्मल जैन को अपनी ठगी का शिकार बनाकर पांच लाख की ठगी को अंजाम दिया है। प्रार्थी द्वारा इस अपनी ठगी की शिकायत पुलिस में की गई थी, इसके बाद पुलिस ने टीम बनाकर इसकी खोजबीन शुरू की घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल के कॉल ट्रेसिंग शुरू कर दी। अन्य राज्यों में भी इसी तरह के ठगी की सूचना मिलने पर पुलिस ने जिले के सभी थानों में अलर्ट कर दिया। पुलिस ने जब तफ्तीश शुरू की तो जानकारी मिली कि चरोदा के आसपास ऐसा ही कोई व्यक्ति अपने परिवार के साथ निवासरत है,जो कि संदिग्ध माना जा रहा है। पुलिस ने गिरोह के सदस्य ईश्वर सोलंकी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि निर्मल जैन की दुकान में ये कटिंग प्लायर खरीदने पहुँचे थे। पैसे देने के दौरान उन्होंने जेब से चांदी का सिक्का गिराते हुए पैसे कम होने की बात कही और बचे पैसे के स्थान पर चांदी का सिक्का रखने के साथ कहा कि मेरे पास ऐसे बहुत सारे सिक्के और सोने के पुराने जेवरात है। जिसे बेचना चाहता हूँ। जिससे व्यवसायी लालच में आ गया इसके बाद आरोपियों के द्वारा प्रार्थी से लगातार संपर्क बनाये रखे और अपने साथियों के साथ मिलकर पांच लाख में ठगी की वारदात को अंजाम दिया। आरोपियों ने बताया कि वो पीतल के जेवरात की माला आगरा से बनवाते थे और जेवरात के बीच मे असली सोने के दाने को उंगली में फंसाकर रखते थे। आरोपियों के चुंगल में फसे व्यक्ति को पीतल की माला के किसी भाग को काटकर जांच कराने को कहते वही माला तोड़ते समय उंगली से असली सोने का दाना निकाल कर उसकी जांच करा देते थे। पीड़ित को विश्वास होंने पर नकली माल पकड़ा कर चंपत हो जाते थे। इस तरह ठगों ने विशाखापटनम, उड़िसा,आगरा,उत्तरप्रदेश समेत छःग में अपनी ठगी की 15 से ज्यादा वारदातों को अंजाम दिया है। फिलहाल पुलिस ने ठगी के पांच लाख रुपए को चोर से वापस ले लिया है। आरोपियों को जेल भेजा जा रहा है।