गोबर-exclusive-सीएम भूपेश की योजना को पलीता,गोबर के लालच में 50 गायों की मौत…….

By- HITESH SHARMA……छत्तीसगढ़ की सियासत अब गाय और गोबर के इर्द गिर्द चल रही है सरकार ने गौठान निर्माण और रोका छेका जैसी योजना के बाद अब गो धन न्याय योजना भी शुरू कर दी जिसके अंतर्गत 2 ₹ किलो में गाय का गोबर छत्तीसगढ़ की सरकार द्वारा खरीदा जाएगा लेकिन इस गाय और गोबर की सियासी हल्के के बीच एक दुःखद घटना सामने आई बिलासपुर जिले के तखतपुर के ग्राम मेड़पार में अस्थायी गौठान में 50 गायो की मौत हो गई जिसके बाद पूरा प्रशासनिक अमला तखतपुर जनपद पंचायत सीईओ,तहसीलदार समेत जिला पंचायत सीईओ के साथ डाक्टरों की टीम मौके पर पहुँची वही गंभीर रूप से बेहोश गायों को ग्लूकोज चढाया जा रहा है दरअसल जनपद पंचायत तखतपुर के मेड़पार में अस्थाई गौठान में 50 गाय की मौत और इतने ही गाय के बेहोश होने के बाद प्रदेश में तहलका मच गया तो वही गांव के कुछ जानकारों कि माने तो गायों की मौत में गोबर का लालच हो सकता है आपको बता दे कि ग्राम पंचायत द्वारा कुछ दिन पूर्व ही रोका छेका अभियान चलाने का फैसला लिया गया जिसमें सरपंच प्रमीला रामकुमार नेताम ने अपने समर्थकों को निर्देश दिया कि गांव की गाय को पुराने पंचायत भवन में रखा जाएगा जिससे गाय यदि गोबर करेगी तो गोबर एक ही स्थान पर जमा होगा जिससे गोबर की बिक्री की जा सकेगी सभी गायों को अस्थाई गौठान बनाकर रखा जाएगा इसके बाद गांव के सभी मवेशियों को जर्जर भवन के 15 वर्गफिट के कमरे में रखा गया कमरे में जबरदस्ती 100 गायों को डालकर दरवाजा बन्द कर दिया गया। इसके अलावा कुछ गायों को मैदान में ही खुला छोड़ दिया गया जिससे सुबह तक दम घुटने से करीब 50 गायों की मौत हो गई और कई गाय बेहोश हो गई जिनका इलाज फिलहाल चल रहा है आपको बता दे कि जिनकी गाय हादसे में मौत का शिकार हुई है उन लोगो ने TNP media network को बताया कि सरपंच ने गांव को आदर्श बनाने और गोबर की लालच में गायों को मौत के घाट उतारा है। इसमें अधिकारियों का दबाव भी है। जिन्होने सचिव और सरपंच को गायों को एकत्रित करने के लिए दबाव बनाया। ताकी ज्यादा से ज्याद गोबर अर्जित कर कमाई कर सकें….

