एल्डरमैन की गजब धाक पुलिस भी कार्यवाही करने से बचती रही…पीड़ित हो रहा परेशान लेना पड़ा मीडिया का सहारा…

By- HITESH SHARMA …..परित्राणाय साधुनाम इस ध्येय वाक्य को लेकर प्रदेश की पुलिस कहती है कि हम आम जनता की रक्षा करेंगे उनको न्याय दिलाएंगे लेकिन तब क्या हो जब रसूख के चक्कर मे कोई कार्यवाही न हो मामला भिलाई नगर निगम के एल्डरमैन से जुड़ा हुआ है सुपेला थाना क्षेत्र के फरीद नगर में रहने वाले मो. कासिफ ने भिलाई नगर निगम में एल्डरमैन के पद पर पदस्थ मो.शादाब पर धोखाधड़ी और जालसाजी कर रकम ऐठ लेने की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की है। पीड़ित की माने तो मो.इशराफिल ने खुद को महानदी मिनरल्स कंपनी का मालिक बताते हुए 2014 में कंपनी में पैसा लगाकर रकम दोगुना करने का प्रलोभन दिया जिसके बाद प्रार्थी ने कंपनी में 5 लाख चेक के माध्यम से व 2 लाख 40 हजार नगद दिया था। मो. शादाब जो कि मो. इशराफिल का पुत्र व वर्तमान में नगर निगम में एल्डरमैन के पद पर है उसने इस पैसे को क्रेशर प्लांट में लगाने की बात कहते हुए प्लांट में हाइवा गाड़ी के जरूरत होने की बात कहते हुए प्रार्थी से 25 लाख की कीमत की गाड़ी फाइनेंस करवा ली और उसे 1 लाख 20 हजार मासिक किराए पर रख लिया जिसका भी कोई भुगतान नही किया गया। वही प्रार्थी को किश्त पटाने पर दबाव डाला व हाइवा खुद अपने कब्जे में रख कर प्रार्थी को कोई किराया भी नही दिया गया जब प्रार्थी द्वारा दी गयी रकम की अवधि पूर्ण हो गयी तब उसने कुल रकम वापसी के लिए मांग की व रकम नही मिलने पर पुलिस में शिकायत की बात कही। तो आरोपी पक्ष द्वारा अपनी आर्थिक स्थिति खराब होने की बात कहते हुए प्रार्थी को रकम के बदले में प्लॉट लेने को कहा गया। प्रार्थी मो. कासिफ ने प्लॉट लेने के पहले उसकी तस्दीक़ की जिस पर उसे पता चला कि उक्त प्लॉट भी सही नही पाया गया। जिस पर प्रार्थी ने अपने पैसे की मांग की तो मो. सादाब व उसके पिता के द्वारा भविष्य में बुरे परिणाम भुगतने के लिए धमकी दी गई। इसके बाद प्रार्थी ने महानदी मिनरल्स कंपनी के बारे में वाणिज्यिक विभाग से जानकारी ली जिस पर पता चला कि ऐसी कोई कंपनी रजिस्टर नही है। प्रार्थी ने अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत पुलिस से करने की बात कही तो मो. सादाब ने अपना राजनीतिक रसूख का हवाला देकर उनके खिलाफ शिकायत पर से कोई कार्यवाही नही होने देने की बात कही। जब अपने आप को ठगा महसूस कर प्रार्थी ने इस बात की शिकायत 11.02.2017 को सुपेला थाने में की तो इस पर कोई कार्यवाही भी नही हुई वही पुनः 15.04.2017 को पुलिस अधीक्षक के समक्ष आवेदन भी दिया जिसमें पीड़ित ने पैसों के लेनदेन का इकरारनामा, वाहन के संबंध में किरायेनामा,रकम वापसी के लिए आरोपियों के द्वारा दिये गए चेक की कॉपी व चेक बाउंस के दस्तावेज भी जमा किये थे, जिस पर पुलिस की जांच 3 वर्षो में पूरी नही हो सकी वर्तमान में आर्थिक व मानसिक रूप से परेशान मो.कासिफ ने एक बार फिर से जिले के नये पुलिस अधीक्षक के समक्ष गुहार लगाकर न्याय की मांग की है इस मामले में शहर पुलिस अधीक्षक रोहित झा से बात करने पर उनका कहना था कि हमारे पास प्रार्थी मो. कासिफ के द्वारा दी गई वर्तमान की शिकायत प्राप्त हुई है जिसमें जांच कर विधि सम्मत कार्यवाही की जाएगी वही जब इस मामले में मो. सादाब से बात की गई तो उन्होंने मामले को ही झूठा बताक़र अपना दामन साफ करने लगे पर जब हमने उनसे चेक और एग्रीमेंट के संबंध में बात की तो वे अपनी बगले झांकने लगे मो. सादाब वर्तमान कांग्रेस की सरकार में भिलाई नगर निगम में एल्डरमैन के पद पर है उनका राजनीतिक रसूख बताता है कि 3 वर्ष पहले हुई शिकायत पर पुलिस कितनी कार्यवाही कर पाई पीड़ित को दोबारा शिकायत कर मीडिया का सहारा लेना पड़ा।






